केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही को लिया गंभीरता से

जोधपुर - केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही को गंभीरता से लिया है। सरपंचों को लूप में लिए बैगर मनमर्जी से कार्य करने वाले दोषी अभियंताओं और ठेकेदारों पर प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
शनिवार को मीडिया से बातचीत में शेखावत ने कहा कि जल से जुड़े विषयों को लेकर अनेक लोगों की चिंताएं भी थीं और समस्याएं भी थीं। दरअसल, प्रधानमंत्रीजी के मार्गदर्शन में जब जल जीवन मिशन प्रारंभ किया गया था, तब तय किया था कि जनसहभागिता से भागीदारी जल प्रबंधन की संकल्पना के साथ हम काम करें। विशेषकर ग्राम पंचायतों और जनप्रतिनिधियों के साथ प्रोजेक्ट प्लान डिस्कस हों, लेकिन अनेक ग्राम पंचायतों से इस बात की शिकायत आ रही थी कि ग्राम समितियों और पानी समितियों को लूप में लिए बिना, उनके संज्ञान में लाने बिना और उनके अनुमोदन के बिना, सीधा अभियंता और ठेकेदार मिलकर गांव में काम कर रहे हैं।
शेखावत ने कहा कि यह भी शिकायत मिली कि अभियंता और ठेकेदार काम करते समय कुछ घरों को छोड़ रहे हैं। कुछ घरों में काम हो रहा है। कुछ घरों में ठीक से काम नहीं हो रहा है। मनमर्जी से टंकियां बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि पीएचडी के अधिकारियों और जिला कलेक्टर को साथ में बैठाकर इन सारे सरपंचों की जो व्यथा है, वो रखी गई है। साथ ही निर्देश दिया कि 29 जनवरी को जिला परिषद की बैठक से पहले दोषियों के ऊपर प्रभावी कार्रवाई हो। 29 जनवरी को दिशा समिति की बैठक में इस विषय की पुनर्समीक्षा की जाए।