केंद्रीय जल शक्ति मंत्री राजस्थान से फिर भी पानी के लिए तरस रहा आज भी राजस्थान

खेतड़ी/झुंझुनू।
राजस्थान के झुंझुनूं के खेतड़ी को हिमालय का पानी पिलाने का दावा करने के साथ-साथ शुद्ध और स्वच्छ जल देने का वादा हवा होता नजर आ रहा है। यहां पर लोग गंदा पानी पीने को मबूजर है। एक गड्ढे में पाइप लाइन की लीकेज से आ रहे पानी के सहारे ढाणी के दो दर्जन परिवार जी रहे है।
ये शर्मनाक तस्वीर किसी ग्रामीण क्षेत्र की नहीं,बल्कि शहरी निकाय क्षेत्र की है,जहां पर गंदा पानी पीने को लोग मजबूर है।
दरअसल झुंझुनूं के खेतड़ी नगरपालिका क्षेत्र के लूणका की ढाणी में सालों से पीने के पानी की समस्या है। इस क्षेत्र के लोग कई किलोमीटर से पीने का पानी लाकर अपना जीवन बसर करते थे,लेकिन कुंभाराम लिफ्ट कैनाल परियोजना की एक पाइप लाइन इनकी ढाणी से गुजरी तो उसमें लीकेज हो गया।
लंबे समय से ये लीकेज पानी इस ढाणी के लोगों के लिए जीवन बसर का साधन बन गया है।
जी, हां इस पाइप लाइन के लीकेज से पाइप लाइन के पास गड्ढा हो गया है। जिसमें पानी जमा होता रहता है।यही गंदा पानी छान कर ढाणी के परिवार पी रहे है।ढाणी की महिलाओं ने बताया कि जीने के लिए पानी की जरूरत है। पहले दूर से पानी लाना पड़ता था। कई बार नेताओं ने बड़े बड़े वादे भी किए, लेकिन वादे पूरे नहीं हुए।अब पाइप लाइन लीकेज से जो पानी आ रहा है. उसी से गुजारा कर रहे है।
गंदा पानी देशी उपायों छान कर भरा जाता है।फिर घर जाकर उसे गर्म किया जाता है।इस गर्म पानी को ठंडा करने के बाद मटकों में डालते है और फिर वहीं पानी पीते है। कई बार ज्यादा गंदा पानी आता है तो बीमार भी होते है, लेकिन इस पानी को पीने के अलावा कोई उपाय नहीं है।जलदाय विभाग ने टैंकरों के जरिए पानी पहुंचाने का भी वादा तो कई बार किया, लेकिन पानी आया नहीं।
यहां के लोगों ने इस लीकेज को ठीक कराने की मांग कभी नहीं कि क्योंकि एक लीकेज से मिल रहा पानी ही दो दर्जन से अधिक परिवारों के लिए जीवन बना हुआ है।