नई शिक्षा नीति और शिक्षण संस्थाओं में निजीकरण के खिलाफ आंदोलन खड़ा करेंगे

सीकर: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा है कि नई शिक्षा नीति और स्कूल और कॉलेजों में निजीकरण के विरोध में देशभर में एक आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
सीकर में चल रहे तीन दिवसीय एसएफआई के अखिल भारतीय छात्रा अधिवेशन में भाग लेने आई आइशी घोष ने अधिवेशन के दूसरे दिन आज मीडिया से बातचीत में कहा कि वे नई शिक्षा नीति का विरोध करेंगे,जिसमें छात्रों के अधिकारों को खत्म करने की बात की गई है। उन्होंने कहा कि वे स्कूल एवं कालेजों के निजीकरण का भी विरोध करते हैं और इनके विरोध में आने वाले समय में राजस्थान ही नहीं देशभर में आंदोलन खड़ा करेंगे।
उन्होंने कहा कि अधिवेशन का आज दूसरा दिन है और इसमें विभिन्न राज्यों से प्रतिनिधि विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से अभी भी कई जगहों पर स्कूल एवं कालेज बंद है, उन्हें खुलवाने एवं कालेज छोड़ने वाली छात्राओं को वापस लाने की रणनीति बनाने पर विचार विमर्श किया गया। छात्राओं की सुरक्षा के मामले पर भी विचार विमर्श हुआ। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हो रही अधिवेशन के अंतिम दिन रविवार को इन पर प्रस्ताव पारित किया जाएगा।
अधिवेशन शुक्रवार को रैली के साथ शुरू हुआ था। इसमें दो सौ प्रतिनिधियों और देश भर से केंद्रीय कार्यकारी समिति के सदस्यों के साथ सैकड़ों छात्राएं भाग ले रही हैं।