जैसलमेर कलेक्टर टीना डाबी ने पाकिस्तान में रहने वाले व्यक्ति की करोड़ों की जमीन का भीलवाड़ा एसडीएम रहते खातेदारी हक दूसरे को दिया

जैसलमेर:-
साल 2016 में यूपीएससी टॉपर बहुचर्चित रहीं टीना डाबी एकबार फिर विवादों में आ गई है इस बार का विवाद करोड़ों की जमीन घोटाले से जुड़ा मामला है। वर्तमान में टीना डाबी जैसलमेर की जिला कलेक्टर हैं। पूरे मामले का मजमून ये है कि भीलवाड़ा में एसडीएम रहते हुए आईएएस टीना डाबी ने पाकिस्तान में रहे व्यक्ति की करोड़ों की जमीन के खातेहारी हक किसी दूसरे व्यक्ति को दिए। भीलवाड़ा तहसीलदार ने आईएएस टीना डाबी के निर्णय पर राजस्व कोर्ट में अपील कर उस फैसले को गलत बताया है। कोर्ट ने स्टे भी लगा दिया है।
320 रुपए नीलामी में मिली जमीन
इसकी जानकारी पुर्नवास विभाग नई दिल्ली के 9 जनवरी 1991 की क्रम संख्या 101 पर भी दर्ज है। इसके अलावा संवत 2014 से 2017 की जमाबंदी की नकल में अब्दुल के पाकिस्तान जाने संबंधित नोट भी अंकित है। अब्दुल के पाकिस्तान जाने के बाद जमीन क आराजी नंबर 2011 हो गए, जिसे सार्वजनिक नीलामी में सुखदेव जाट को वर्ष 1973 में 320 रुपए में दी गई। अभी मौके पर कब्जा भी इसका ही है। इसलिए इनको खातेदार घोषित किया जाता है।
पालड़ी गांव में है कस्टोडियन भूमि
25 नवंबर 2019 को भीलवाड़ा एसडीएम टीना डाबी ने जमीन से जुड़ा एक निर्णय दिया था, जिसमें लिखा था कि भीलवाड़ा शहर के नजदीक पालड़ी गांव में आराजी नंबर 1186 /1 की 3.06 बीघा जमीन अब्दुल रहमान की थी। उसके पाकिस्तान चले जाने के कारण उनकी जमीन 9 जनवरी 1991 को कस्टोडियन भूमि यानी सरकारी कब्जे वाली जमीन घोषित कर दिया गया था।
उप पंजीयक ने सीधी ही रजिस्ट्री कर दी
खातेदारी अधिकार मिलने के बाद जमीन का नामांतरण होना चाहिए था, लेकिन नामांतरण के बजाय भीलवाड़ा के तत्कालीन उप पंजीयक अजीत सिंह ने सीधे जमीन की रजिस्ट्री कर दी। जब राजस्व विभाग के उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने इसे गलत माना। इसके बाद भीलवाड़ा तहसीलदार ने तत्कालीन एसडीएम टीना डाबी की ओर से की डिक्री और अजीत सिंह की ओर से किए गए पंजीयन को गलत बताते हुए इसके खिलाफ भू प्रबंध अधिकारी एवं पदेन राजस्व अपील प्राधिकारी कोर्ट में अपील कर दी। अपील पर कोर्ट ने स्टे दे दिया।
तत्कालीन उप पंजीयन ने कहा
वहीं, इस संबंध में तत्कालीन उप पंजीयन अजीत सिंह ने कहा कि उन्होंने इस जमीन का पंजीयन एसडीएम की डिक्री की आधार पर किया गया था। हालांकि तहसीलदार की ओर से अपील करने के बाद नामांतरण रोक दिया गया है और अभी जमीन पाकिस्तान में रह रहे व्यक्ति के ही नाम है।
तहसीलदार ने अपील में यह लिखा
पूरे मामले में तहसीलदार की ओर से की गई अपील में लिखा है कि कस्टोडियन जमीन के हस्तांरण के लिए संपदा अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। नीलामी में कार्रवाई विधि संगत नहीं है। इसलिए पहले की गई पूरी कार्रवाई अवैध और शून्य हो जाती है। डिक्री के लिए जिस तथाकथित नीलामी की रसीद को आधार बनाया उस रसीद में न तो आराजी संख्या लिखी और न ही उसके संबंध में कोई ज्यादा जानकारी लिखी है। ऐसे में सिर्फ रसीद के आधार पर जमीन नीलाम करना सिद्ध नहीं होता।
जैसलमेर की वर्तमान जिला कलेक्टर है टीना डाबी
यूपीएससी 2016 की टॉपर बहुचर्चित आईएएस टीना डाबी वर्तमान जैसलमेर की जिला कलेक्टर के पद पर कार्यरत है कलेक्टर के तौर पर यह उनकी पहली पोस्टिंग है।
शादी के कारण भी रही है चर्चा में
2016 बेंच की आईएएस टीना डाबी हमेशा चर्चा में रही है साल 2018 में पहली शादी की थी
इससे पहले टीना ने 7 अप्रैल 2018 में पहली शादी अतहर आमिर के साथ की थी। अतहर 2016 बैच के ही यूपीएससी सेकंड टॉपर थे। साल 2021 में दोनों ने तलाक ले लिया था। अपनी दूसरी शादी को लेकर चर्चा में रही उन्होंने हाल ही में आईएएस प्रदीप गवांडे के साथ दूसरी शादी की है।