आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस व भाजपा शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुटी

जयपुर:
राजस्थान में वैश्विक महामारी कोरोना के मामले बढ़ने एवं विदेशों में फैल रहे इसके नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मंडरा रहे संभावित खतरे के बीच सत्तारुढ़ कांग्रेस एवं विपक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बड़े बड़े आयोजन के माध्यमों से अपनी शक्ति प्रदर्शन की तैयारियों में लगे हुए हैं।
कांग्रेस देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केन्द्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के खिलाफ बारह दिसंबर को राज्य की राजधानी जयपुर में बड़ी रैली का आयोजन करने जा रही है। हालांकि यह रैली पहले दिल्ली में प्रस्तावित थी लेकिन वहां अनुमति नहीं मिलने पर अब यह जयपुर में होगी लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस महंगाई को लेकर अपना अभियान चला रखा हैं और जयपुर सहित कई स्थानों पर रैली एवं प्रदर्शन के जरिए अपना विरोध जता रही है। अब जब यह बड़ी रैली जयपुर में होने जा रही है तो जाहिर है कि प्रदेश के लोग इसमें ज्यादा भाग लेंगे और इसका लाभ प्रदेश कांग्रेस को मिलेगा।
दोनों ही प्रमुख दल दावा कर रहे हैं कि वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी सरकार बनेगी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि प्रदेश में गहलोत सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है और इसका नतीजा हाल में राज्य में हुए विधानसभा उपचुनाव सहित विभिन्न चुनावों में मिले परिणामों में साफ दिख रहा हैं और लोग कांग्रेस सरकार के कामों पर विश्वास जताया हैं और आगामी दो वर्ष में सरकार के और अच्छा काम करने से और विश्वास पैदा होगा और आगामी विधानसभा चुनाव में फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सत्ता और संगठन और अच्छे तालमेल के साथ काम करके जनता के विश्वास पर पूरी तरह खरा उतरने के प्रयास किए जायेंगे और इसके प्रयास शुरु कर दिए हैं। अब हर सप्ताह राज्य के मंत्री प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सप्ताह में तीन दिन जनसुनवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता की पीड़ा को दूर करने के लिए कांग्रेस पार्टी प्रतिबद्ध है तथा मोदी सरकार की निर्दयी एवं अहंकारी निर्णयों के तहत वह नहीं झुकेगी। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज मोदी सरकार तक पहुंचाने के लिए अब महंगाई हटाओ रैली बारह दिसम्बर को जयपुर में आयोजित की जायेगी जिसमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे।
कांग्रेस रैली को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रभारी अजय माकन, कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल एवं श्री डोटासरा सहित कांग्रेस के विभिन्न नेता बैठकें करके इसकी तैयारियों में लगे हुए हैं और इसके लिए अलग नेताओं को काम सौंपा गया हैं जिससे रैली में अधिक से अधिक लोग जुटाये जा सके। रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं पार्टी नेता राहुल गांधी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता एवं देश भर से हजारों कार्यकर्ता भाग लेंगे।
उधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पांच दिसम्बर को प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक एवं जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन में भाग लेने जयपुर आने पर उनके स्वागत के लिए प्रदेश भाजपा तैयारियों में जुटी हुई हैं और वह इसके लिए पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर अलग अलग लोगों को काम सौंपा जा रहा है। श्री शाह के जयपुर पहुंचने पर हवाईअड्डे से कार्यक्रम स्थल जेईसीसी तक विभिन्न स्थानों पर शंखनाद, पुष्प वर्षा, घूमर नृत्य सहित विभिन्न तरीकों से उनका स्वागत किया जायेगा। इस दौरान ब्रज का प्रसिद्ध दंगल दिखाया जाएगा। आदिवासी अंचल का गैर, कालबेलिया, कच्ची घोड़ी नृत्य दिखाया जाएगा। कव्वाली और पुष्कर के नगाड़े बजाये जायेगी। हवाईअड्डे से लेकर कार्यक्रम स्थल तक नौ किलोमीटर तक के रास्ते में श्री शाह पर पुष्प वर्षा की जायेगी।
बताया जा रहा है कि इस दौरान करीब चालीस हजार लोगों की भीड़ शाह के स्वागत और कार्यक्रम में जुटेगी। उनके स्वागत के लिए प्रदेश भाजपा ने विभिन्न जगहों को चिह्नित किया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां का कहना है कि भाजपा के यह कार्यक्रम आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रखते हुए किये जा रहे हैं ताकि इससे कार्यकर्ताओं को मजबूती मिल सके। डा पूनियां ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि वर्ष 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार बनेगी, क्योंकि प्रदेश में सरकार किसी की नहीं सुन रही हैं और किसान, बेरोजगार सहित सभी लोग परेशान हैं। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ी हुई हैं और आये दिन अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं जिस पर सरकार का कोई अंकुश नहीं हैं।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं और उसके सक्रिय मरीज दो सौ पार कर चुके हैं वहीं विदेशों में फैल रहे इसके नए वैरिएंट ओमिक्रोन का मंडरा रहे संभावित खतरे के बीच दक्षिण अफ्रीका से जयपुर लौटे एक दंपति एवं उसके दो बच्चों में कोरोना पाया गया हैं। इस बीच दोनों प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस और भाजपा बड़े बड़े आयोजन करने जा रहे हैं जिसमें हजारों लोगों की भीड़ जमा होगी। हालांकि कोरोना के चलते प्रस्तावित कांग्रेस रैली का विरोध किया गया हैं और इसे लेकर एक जनहित याचिका उच्च न्यायालय में दायर की गई हैं, जिस पर छह दिसंबर को सुनवाई होगी।