कैप्टन वाली फुर्ती दिखाकर लगाई छलाँग फिर फ़िल्मी स्टाईल में अभिवादन लगातार चर्चा में हो रहें वीडियो वायरल

 सचिन पायलट इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। 4 दिन पहले पायलट ने दिल्ली में टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) में कैप्टन पद पर प्रमोशन के बाद कॉम्बैट यूनिफॉर्म में ड्रिल में हिस्सा लिया। इसके एक दिन बाद रविवार को टोंक के धांस गांव में डेढ़ मिनट में 51 मीटर लम्बा साफा बांध सभी को हैरत में कर दिया। अब बात पायलट के अलवर जिले के बानसूर दौरे की। यहां एक जगह पर समर्थकों की ज्यादा संख्या देखकर पायलट अपनी गाड़ी से निकले और उछलकर बोनट पर चढ़ गए। फ़िल्मी स्टाईल में खड़े होकर समर्थकों का अभिवादन किया। पायलट काे उछलकर एसयूवी पर चढ़ने के बाद समर्थकों ने उन्हें घेर लिया और उनके समर्थन में नारेबाजी करते रहे।


सचिन पायलट रविवार को टोंक में अपने विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर कई जगह कार्यक्रमों में शामिल हुए। टोंक दौरे के अगले ही दिन सोमवार को अलवर के बानसूर के मुगलपुर गांव में शहीद की मूर्ति अनावरण समारोह में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। बानसूर तक पायलट का समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई जगह स्वागत किया।


पायलट का फोकस अब फील्ड के दौरों पर है। आने वाले दिनों में भी पायलट के कई क्षेत्रों में दौरे बन रहे हैं। जिलों के दौरे कर पायलट समर्थकों को मजबूती से जोडे़ रखना चाहते हैं। सात साल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहने के दौरान पायलट का हर जिले में नेटवर्क और समर्थकों की अच्छी खासी संख्या है। पायलट उन समर्थकों को ही जोड़े रखने के लिए फील्ड के दौरे कर रहे हैं।

अलवर जिले के बानसूर में समर्थकों की भीड़ के बीच उछल कर, गाड़ी के बोनट पर चढे़ पायलट, 

इन दिनों फील्ड दौरों पर फोकस

राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट लगातार दौरे कर रहे हैं। सचिन पायलट को कांग्रेस में भीड़ खींचने की योग्यता वाले चुनिंदा नेताओं में माना जाता है। क्राउड कैचर वाली छवि को पायलट बरकरार रखने के प्रयास में हैं।


इस दौरान पायलट ने कहा कि सैनिक 125 करोड़ भारतीयों की रक्षा करता है। वह न जाति न धर्म व राज्य में भेदभाव करता हैं। इसलिए सैनिक सर्वोच्च है। हमारी भी जिम्मेदारी है कि उन शहीदों के परिवारों को सहानुभूति या दया नहीं बल्कि गौरव की अनुभूति कराएं। उन्होंने कहा कि शहीद परिवार को 25 लाख रुपए की राशि मिल चुकी है। बड़े होने के बाद बच्चों को नौकरी भी मिलेंगी। सचिन ने कहा कि खून का घूंट पीकर भी समाज और प्रदेश को एक रखना बड़ी चुनौती है। अलवर से तो परिवार का पुराना नाता रहा है। गांव में बोरिंग की मांग है। जिला प्रमुख से पूरी कराई जाएगी।


सभा स्थल पर उधोग मंत्री रावत का नाम लेते ही हुईं नारेबाजी

मंच से कैबिनेट मंत्री शकुंतला रावत का नाम लिया तो खिलाफ में नारेबाजी 

जय जय पायलट कहने लगी मौजूद भीड़ 

सोमवार को अलवर के बानसूर के मुगलपुर गांव में शहीद की मूर्ति अनावरण समारोह में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। बानसूर तक पायलट का समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई जगह स्वागत किया। सचिन का बानसूर दौरा सियासी वजह से भी चर्चा में है। मंत्रिमंडल फेरबदल में नई उद्योग मंत्री बनीं शकुंतला रावत यहां से विधायक हैं। शकुंतला रावत कार्यक्रम में नहीं आईं। रावत इंवेस्टर्स समिट में भाग लेने चेन्नई दौरे पर गई हैं, इसलिए कार्यक्रम में नहीं गई। रावत गुर्जर समाज से हैं। शकुंतला रावत ने सियासी संकट के वक्त मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का साथ दिया था। अब उनके क्षेत्र में हुए प्रोग्राम के बाद सियासी चर्चा शुरू हो गई है।





स्कूल का नाम शहीद के नाम से होगा


गांव की स्कूल का नाम भी शहीद के नाम पर करने की घोषणा जल्द होगी। इससे पहले पायलट ने फीता काट का शहीद हंसराज की मूर्ति का अनावरण तथा शहीद के पिता रामेश्वर, भाई देशराज, दाताराम, मां छोटी देवी और शहीद की पत्नी मंजू देवी का माला व शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। शहीद की पुत्री अक्षिता व पुत्र खुशीराम भी मौजूद थे। अन्य शहीद वीरांगनाओं का भी अभिनंदन किया गया। वहीं कार्यकर्ताओं ने पायलट को 51 किलो की माला पहना साफा बंधाया। अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया। इस दौरान विधायक जीआर खटाणा, विराट नगर विधायक इंद्राज गुर्जर, वेद सोलंकी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, पूर्व विधायक सूरजभान धानका, पूर्व विधायक महिपाल यादव, सुरेश मोदी, कांग्रेस नेता मनीष यादव, NSUI के पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु पुनिया, राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष अनिल चौपड़ा, बस्तीराम यादव, बलवान यादव, अंकुर दायमा, पवन सैनी, चंद्रभान गुर्जर, सैनिक लीग अध्यक्ष सूबेदार राम सिंह गुर्जर, कैप्टन उदमीराम, धनसीराम रावत, सरजीत खटाना, राजस्थान श्रम कल्याण बोर्ड के सदस्य कृष्ण गोपाल कौशिक, राकेश दायमा, रुकमणी कौशिक, पार्षद पूरण चंद गुर्जर, आरसी यादव, सैनिक कल्याण अधिकारी एसआर वर्मा, शीशराम गुर्जर, पूर्व सरपंच ओमप्रकाश अधाणा, होशियार चौधरी, विक्रम देव गुर्जर सहित आदि भी मौजूद रहे।