अभियान प्रकाश का हुआ आगाज- जिला कलक्टर ने पोस्टर का किया विमोचन

नागौर/ सी.आर.चौधरी:-
जिला प्रशासन व बाल कल्याण समिति ने लोक कल्याणकारी पहल करते हुए बच्चों की शिक्षा,देखरेख ,सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए एक ही मंच पर सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अभियान “ प्रकाश “ की शुरुआत की है। जिला कलेक्टर पीयूष समारिया व बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष मनोज सोनी ने सोमवार को पोस्टर विमोचन के साथ ही अभियान का आगाज किया इसके तहत नागौर जिले में रहने वाले ऐसे परिवार जो विकास,शिक्षा,स्वास्थ्य एव सरकार की मूलभूत सुविधाओ ,देखरेख एवं संरक्षण से महरूम है। उन परिवारो के बच्चो के शिक्षा पुर्नवास को लेकर जिला प्रशासन एवं बाल कल्याण समिति के संयुक्त तत्वावधान में चलाये जाने वाले "अभियान प्रकाश" के द्वारा मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा एवं उनके देखरेख व संरक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी। उन बच्चो को शिक्षा का मौलिक अधिकार मिल सके, एवं बच्चो के परिवारो को सरकार की योजनाओं से जोड़ा जा सके इसके लिए जिला बाल संरक्षण इकाई,शिक्षा विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग,ग्रामीण विकास विभाग एवं अन्य विभागों के संयुक्त तत्वावधान में अभियान का संचालन किया जाएगा।अभियान के तहत अब बच्चों को अपनी समस्या के समाधान के लिए इधर उधर भटकना नही पड़ेगा बल्कि एक ही मंच पर किसी भी प्रकार के मामले से जुड़ी समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके लिए स्थानीय स्तर पर उपखंड अधिकारी की जवाब देहिता तय की गई है व उपखंड अधिकारी द्वारा सम्बंधित विभागों से समन्वय कर समस्या का समाधान कर बच्चों से जुड़े प्रत्येक मामले की अनिवार्य रूप से फोलोअप एवं प्रगति रिपोर्ट सोमवार की समीक्षा बैठक में चर्चा कर निर्देश जारी किए जाएँगे। साथ ही पालना रिपोर्ट जिला कलेक्टर एव बाल कल्याण समिति को भी प्रेषित की जाएगी। इसके अंतर्गत बच्चों के चिन्हीकरण के लिए सर्वे टीम का गठन किया जाएगा जिसमें स्थानीय स्तर पर शिक्षा विभाग,महिला एव बाल विकास विभाग,सामाजिक सुरक्षा अधिकारी,पुलिस व बाल कल्याण अधिकारी शामिल होंगे। जो समाज के विभिन्न व्यक्तियों जिसमें निजी स्वयंसेवी संस्थाओ के प्रतिनिधि,सामाजिक कार्यकर्ता,धर्म गुरु,सीएलजी के सदस्य,सामाजिक स्तर पर गठित सभी संस्थाओ के अध्यक्ष / सदस्य ,सहित अन्य प्रतिनिधियों से सम्पर्क कर जरूरतमंद बच्चों के चिन्हीकरण का प्रयास करेंगे तथा बस स्टेशन,रेलवे स्टेशन,धार्मिक स्थल,प्रमुख चौराहे,कच्ची बस्तियों का क्षेत्र, आदि का सर्वे करेंगे एवं सर्वे कर बच्चों डाटा संकलन करेंगे।
इस प्रकार सर्वे टीम द्वारा किए गए सर्वे एवं डाटा संकलन के आधार पर सर्वे के बच्चों के दस्तावेजीकरण का कार्य किया जाएगा। जिसमे स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी का मानते हुए उन बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र,आधार कार्ड एव अन्य प्रमाण पत्रों को बनाने की कार्रवाई की जाएगी। ताकी शिक्षा एवं विकास से दूर वे बच्चे शिक्षा एवं विकास की मुख्य धारा से जुड़ पाए।
विद्यालयों में मिलेगा प्रवेश
बच्चों की पहचान पत्र,जन्म प्रमाण पत्र एवं आवश्यक दस्तावेजी करण के पश्चात स्थानीय प्रशासन ,शिक्षा विभाग के साथ मिलकर शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का कार्य करेंगे। जिसमे ड्रॉप आउट बच्चे शामिल है।
मूलभूत आवासीय सुविधाओ पर कार्य योजना ( छात्रावास / बाल गृह में प्रवेश )
इस संबंध में अगर कोई बालक या बालिका जिनके पास आवास नही है या घुमंतू परिवारों से है।जो निर्धारित देखरेख एवं संरक्षण की श्रेणी में आते है ,तो उन बच्चों के राजकीय छात्रावास / या अन्य अधिकृत बाल गृहों में आवास को लेकर प्रवेश प्रकिया को पूरा कराने का कार्य होगा।
समिति अध्यक्ष मनोज सोनी ने बताया कि वे बच्चे जो स्कूल से ड्रॉप आउट हो गए या पारिवारिक या विशेष कारणों से स्कूल नहीं जा पा रहे है या उन बच्चों के किसी प्रकार के शिक्षा,जन्म ,पहचान पत्र दस्तावेज नही बन पाए,घुमंतू परिवारों से है, उन बच्चों के लिए शिक्षा संबंधी पुनर्वास की प्रक्रिया को अभियान के तहत पूर्ण किया जाएगा। साथ ही स्ट्रीट चिल्ड्रन श्रेणी बालकों के संबंध में ( जिसमें करतब दिखाने वाले बच्चे,आवास हीन बालक परिवार,गम्भीर बीमारी से ग्रसित,भिक्षावृति या बाल श्रम में लिप्त बच्चे या वे बच्चे जिनकी श्रेणी निर्धारित है को जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा प्राप्त निर्देशों के क्रम में पुनर्वास करवाया जाएगा। सोनी ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देश एवं बाल हित को लेकर नूतन अभियान “ प्रकाश “ की संयुक्त रूप से शुरुआत की गई है ओर इसके लिए स्थानीय स्तर पर उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता में अभियान " प्रभा " को संचालित किया जा रहा है जिसमे ब्लॉक शिक्षा अधिकारी,सामाजिक सुरक्षा अधिकारी,महिला एव बाल विकास विभाग अधिकारी,विकास अधिकारी या प्रतिनिधि शामिल है। उपरोक्त टीम पाक्षिक आधार पर अध्यक्ष ( जिला कलेक्टर ) जिला बाल संरक्षण इकाई नागौर एव अध्यक्ष बाल कल्याण समिति नागौर को रिपोर्ट प्रेषित करेंगे।
अब उपखंड कार्यालय के बाहर लगेंगे “ चाइल्ड हेल्प “ के बोक्स -
अभियान प्रकाश के तहत जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने जिला बाल संरक्षण इकाई को जिले के सभी उपखंड कार्यालय के बाहर चाइल्ड हेल्प के नाम से पेटिका लगाने के निर्देश दिए हैं ताकी बालक या बालिका अपनी किसी भी तरह की समस्या,शिकायत, या सुझाव को लेकर उस पेटिका में डाल सकेगा। जिसकी प्रतिदिन समीक्षा की जाएगी।