नेशनल हाईवे पर लूट के 3 तीन आरोपी गिरफ्तार ,लक्ष्मणगढ़ पुलिस को मिली बड़ी सफलता

लक्ष्मणगढ़/ सीकर

जब पुलिस थाने के अंदर आप प्रवेश करते हो तो दीवार पर एक लाइन पढ़ने को आपको मिलती है कि "अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास" इसी बात को चरितार्थ कर लक्ष्मणगढ़ थाना पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए 9 दिन पहले हुई पिस्तौल की नाेक पर गाड़ी व दाे लाख रुपये की लूट की वारदात का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों काे गिर‌फ्तार किया है। इस घटनाक्रम में एसपी कुंवर राष्ट्रदीप तथा लक्ष्मणगढ़ थाना अधिकारी अशोक चौधरी की सक्रियता की वजह से अपराधी पकड़े गए


हनुमानगढ के जाेड़किया से गिरफ्तार किये गये तीनाें आराेपी हार्डकाेर अपराधी हैं। जिनमें मुख्य सरगना पंजाब के तरनतारन के चाेला साहिब निवासी परविन्द्र सिंह उर्फ टाइगर पुत्र भगवान सिंह नाई पर हत्या, लूट, हत्या का प्रयास सहित विभिन्न थानाें में 11 मुकदमे दर्ज हैं। अन्य गिरफ्तार आराेपी बिछवाल बीकानेर हाल निवासी पेमासर भैरूसिंह पुत्र अनाेप सिंह राजपूत तथा नवलगढ के निवाई हाल निवासी जाेड़किया हनुमानगढ के हितेश जांगिड़ पुत्र सुरेश जांगिड़ है। पुलिस अन्य आराेपियाें का भी क्राइम रिकाॅर्ड खंगाल रही है। सभी आराेपियाें के बड़ी गैंग से सम्पर्क काे भी जांचा जा रहा है। थानाधिकारी अशाेक चाैधरी ने बताया कि वारदात में शामिल अन्य अपराधियाें की धरपकड़ के लिए अभी भी पुलिस टीम फील्ड में है और शीघ्र ही शेष अपराधियाें काे भी दबाेच लिया जायेगा।


वारदात के तुरंत बाद निकले, 9 दिन बाद अपराधियों काे लेकर ही लाैटे, थाना अधिकारी अशोक चौधरी का डेडीकेशन काम आया

इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थाना अधिकारी अशोक चौधरी ने यह ठान लिया था कि अब इन अपराधियों को छोड़ेंगे नहीं और उसी रात से लक्ष्मणगढ़ पुलिस की एक टीम इस ब्लाइंड केस में पुलिस टीम ने अथक मेहनत करते हुए वारदात के 9 दिनाें में ही सरगना सहित तीन अपराधियों काे दबाेचकर उनके पास से वारदात में काम ली गई कार तथा पिस्तौल बरामद कर ली है। वारदात के बाद उसी रात काे अपराधियों काे पकड़ने निकली पुलिस टीम ने काफी प्रयास किया। 9 दिनाें तक दिन-रात अनजान अपराधियों के पीछे लगकर बदमाशों काे पकड़कर ही वापिस लाैटी।


(पुलिस की गिरफ्त में आरोपी व वारदात में काम ली गई कार)


इनकी अथक मेहनत से पकड़े गये अपराधी, कांस्टेबल विक्रम सिंह का विशेष योगदान रहा

जब इस वारदात को अंजाम दिया था उस वक्त पीड़ित सुधीर विश्नोई तथा नारायण सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस के हाथ कोई विशेष को सबूत नहीं लगा था उसके बावजूद भी पुलिस ने उसी रात से अपनी योजना तैयार कर ली, महज नाै दिनाें में ही ब्लाइंड केस में अपराधियाें काे कार व हथियार सहित दबाेचने वाली टीम में थानाधिकारी अशाेक चाैधरी के अलावा कांस्टेबल विक्रम सिंह की विशेष भूमिका रही। टीम मे राजेन्द्र सिंह, राजेन्द्र कुमार, कमलेश, सुरेन्द्र कुमार, महावीर सिंह, अशाेक कुमार तथा महिला कांस्टेबल कुमारी सुनिता ने दिन रात पीछे लगकर सुराग जुटाये तथा मुखबिराें के जरिये अपराधियों तक पहुंचे। डीएसपी श्रवण झाेरड़ सहित वरिष्ठ अधिकारियाें ने पुलिस टीम काे सफलता पर बधाई देकर हाैंसला अफजाई की है।