4 करोड़ का लालच देकर 1.61 करोड़ ठगे:3 आरोपियों को गिरफ्तार कर 19.73 लाख रुपये नकद, 334 ग्राम गोल्ड ज्वैलरी और कार की बरामद

नागौर में रिटायर्ड कर्मचारी के साथ 1.61 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले का खुलासा हो गया है। SP अभिजीत सिंह ने बताया कि मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 19.73 लाख नकद, 334 ग्राम गोल्ड ज्वैलरी और एक कार भी जब्त की है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 10 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस को अंदेशा है कि आरोपियों ने कई लोगों से ठगी कर रखी है। फिलहाल इन्वेस्टिगेशन किया जा रहा है।

SP अभिजीत सिंह ने बताया कि 11 दिन पहले कुचेरा थाने में रूपाथल निवासी हरिराम चौधरी ने रिपोर्ट दी थी कि उसके मोबाइल पर ठगों ने फोन करके सूचना दी कि उसकी HDFC बैंक में इंश्योरेंस कराई गई थी। उसका मैच्योरिटी क्लेम मिलने वाला है। अमाउंट करोड़ों में है। इसलिए पहले इनकम टैक्स जमा कराना होगा। तब जाकर चेक घर भेजा जाएगा। उसे बाकायदा उसके नाम के 3 करोड़ 94 लाख 12 हजार 320 रुपए के चेक की फोटो भी भेजी थी। विश्वास में आये हरिराम ने 8 महीने में ठगों के अलग-अलग खातों में 1 करोड़ 61 लाख 86 हजार 458 रुपए जमा करवा दिए थे।

ठगी के इस मामले में ASP राजेश मीणा के निर्देशन में RPS विकास धिंधवाल की लीडरशिप में गठित स्पेशल पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन ठगों साहिल पुत्र श्रीरंजन बैरी (34) निवासी अमृतसर, अब्राहम जफ़र िरफ शाहनवाज पुत्र अब्दुल जफ़र खान (30) निवासी लखनऊ और राहुल कुमार पुत्र मेवालाल गौतम (28) निवासी मेमदाबाद यूपी को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 19.73 लाख नकद, 334 ग्राम गोल्ड ज्वैलरी और एक कार भी जब्त कर लिए है।


RPS विकास धिंधवाल ने बताया कि तीनों आरोपियों में से एक आरोपी इंश्योरेंस कंपनी में काम कर चूका है। वो इंश्योरेंस कंपनी के डिफॉल्टर की लिस्ट अपने पास रखते थे। इन डिफाल्टरों को उनके डिफ़ॉल्ट बीमा को दोबारा चालु करने और बीमा क्लेम दिलाने का लालच देकर विश्वास में लेकर ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर करवाया जाता था। अभी इन्वेस्टिगेशन चल रही है।

बीमा क्लेम का फर्जी 4 करोड़ का चेक दिखा की थी 1.61 करोड़ रुपए की ठगी

ठगों ने हरिराम को झांसे में लेने के लिए ऑनलाइन चेक की फोटो कॉपी भेजी थी। इसमें 3 करोड़ 94 लाख 12 हजार 320 रुपए का चेक था। कहा कि यह ओरिजिनल चेक लेने के लिए उन्हें राज्य के बाहर का व्यक्ति होने के चलते इनकम टैक्स जमा करना होगा। इसी बात में आकर हरिराम ठगों के झांसे में आ गए। उन्होंने यह भी झांसा दिया कि आपको करीब चार करोड़ रुपए मिल रहे हैं, तो डेढ़ करोड़ बड़ी रकम नहीं है। ऐसे में हरिराम ने रिश्तेदारों से पैसे उधार लिए और 8 महीने में ठगों के बताये अलग-अलग खातों में 1.61 करोड़ रुपये जमा करा दिए।