स्वाइन फ्लू – कारण लक्षण निदान इलाज

स्वाइन फ्लू क्या है?
ये तेजी से फैलने वाली एक संक्रामक बीमारी है जो कि H1N1 type A इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से होता है जो कि सुअरो (Pigs) में पाया जाता है । यह वायरस एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में बहुत आसानी से फैलता है । जब कोई संक्रमित व्यक्ति ,स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में आता है तो छींक,खांसी से निकले वायरस युक्त बूंदों से फैलता है।
पिछले कुछ महीनो से देश में स्वाइन फ्लू के मामले तीव्र गति से बढ़ रहे है , महाराष्ट्र , दिल्ली , छतीशगढ़ में स्वाइन फ्लू के मामले काफी सामने आ रहे है इसलिए इसके बारे में आपको जानना जरूरी है ।
ये बीमारी आमतौर पर बच्चो और बुजुर्गो में ज्यादा फैलती है क्योंकि उनका प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर होता है ।
स्वाइन फ्लू के लक्षण –
इसके लक्षण सामान्य फ्लू की तरह ही होते है । यह मुख्य तौर से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है ।
स्वाइन फ्लू के लक्षण निम्न प्रकार है–
•नाक बहना ,नाक बंद होना
•सिरदर्द
•खांसी ,छींके आना
•थकान
•ठंड लगना
•उल्टी –दस्त होना
•सांस लेने में तकलीफ होना
•बदन दर्द
•बुखार
•भूख नही लगना
स्वाइन फ्लू से संक्रमण का खतरा इनमे अधिक होता है –
• बच्चे
•बुजुर्ग जिनकी उम्र 65 साल से अधिक है
•गर्भवती महिला
•जिन व्यक्तियों का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है जैसे मधुमेह(Diabetes) के रोगी , जिनका अंग प्रत्यारोपण(Organ transplant) हुआ है ।
• जिनमे पहले से ही श्वास संबधी विकार है जैसे निमोनिया
स्वाइन फ्लू का निदान(Diagnosis)–
यदि आपको ये लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से संपर्क करे क्योंकि स्वाइन फ्लू और सामान्य फ्लू के लक्षणों में ज्यादा फर्क नही है ।
चिकित्सक निदान के लिए खून जांच , स्वैब टेस्ट , RT–PCR,छाती का एक्स–रे करवा सकते है ।
निदान की पुष्टि होने पर चिकित्सक की देख रेख में इलाज करवाए ।
स्वाइन फ्लू से बचाव –
स्वाइन फ्लू एक संक्रामक बीमारी है जो बहुत तेजी से फैलती है इसलिए इससे बचाव करना बहुत जरूरी है ।
वायरल संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वच्छता बहुत ही जरूरी है ।
•खांसते या छींकते समय हमेशा मुंह ढके
•हमेशा साबुन से हाथ धोए
•भीड़ भाड़ वाले इलाकों और सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचे
•किसी से हाथ न मिलाए
•लक्षण दिखाई देने पर आंख , नाक,मुंह को नही छुए
•हमेशा तनावमुक्त रहे
•घर से बाहर जाए तो हमेशा मास्क पहने
•हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करे
•अपने आस पास अच्छी सफाई रखे
•अपनी दिनचर्या में योग,व्यायाम शामिल करे इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी
•पानी खूब पिए ताकि शरीर हाइड्रेट(Hydrate) रहे
•कोई भी लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से संपर्क करे ।
हमेशा तनाव मुक्त रहे स्वाइन फ्लू का इलाज पूरी तरह संभव है ।