उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) प्रकार , लक्षण , बचाव ,उपचार

रक्त चाप(Blood pressure) क्या होता है ?

ब्लड प्रेशर,रक्त द्वारा रक्त वाहिकाओं की भित्ति पर रक्त के प्रवाह स्वरूप लगने वाला दाब है । सामान्य तौर पर मनुष्य का ब्लड प्रेशर 120/80mm Hg होता है जिसमे 120mm Hg सिस्टॉलिक दाब है ,जबकि 80mm/Hg डायस्टोलिक दाब है ।

उच्च रक्तचाप को वैज्ञानिक भाषा में हाइपरटेंशन कहा जाता है । रक्तचाप(Blood pressure) को सिस्टोलिक(Systolic) एवं डायस्टोलिक(Diastolic) ब्लड प्रेशर के रूप में अभिव्यक्त किया जाता है ।

सरल तरीके से समझने के लिए सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर वह दाब होता है जब हृदय संकुचन करता है ।

डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर वह दाब है जब हृदय रिलैक्स स्टेट में होता है जब रक्त हृदय के एक चैंबर से दूसरे चैंबर में भरता है ।

हाइपरटेंशन के प्रकार :

1–प्राथमिक उच्च रक्तचाप(Primary Hypertension) : जब शरीर में किसी प्रकार की बीमारी ना हो या कोई अन्य मेडिकल कंडीशन ना हो ।

जैसे धूम्रपान , मोटापा , असंतुलित खानपान ,पारिवारिक इतिहास के परिणामस्वरूप की वजह से प्राइमरी हाइपरटेंशन होता है ।

2सेकंडरी हाइपरटेंशन (Secondary Hypertension): यह शरीर में किसी बीमारी के परिणामस्वरूप होने वाला हाइपरटेंशन है ।जैसे किडनी की बीमारी , एड्रिनल की बीमारी थायराइड की बीमारी इत्यादि ।

उच्च रक्तचाप (High BP) के लक्षण :

हाई बीपी शुरुआत में शरीर में किसी प्रकार के लक्षण नहीं दिखाता है या फिर बहुत कम लक्षण दिखाता है जिसे सामान्य तौर पर हम नजरंदाज कर देते है लेकिन यह उस स्थिति में भी शरीर के महत्वपूर्ण अंग जैसे दिमाग , हृदय , आंख,किडनी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है ।

हाई बीपी के मुख्य लक्षण निम्न है–

1 –सिर में दर्द होना 

2– नाक से खून आना 

3–उल्टी होना 

4–छाती में दर्द होना 

5–आंखो की रोशनी कमजोर होना 

6– उल्टी 

7–सांस लेने में तकलीफ होना 

8–भ्रम/कन्फ्यूजन का होना

9–जी घबराना या मिचलाना 

10–बेवजह तनाव का होना 

ये कुछ लक्षण है जो हाई बीपी की ओर इशारा करते है ।

ऐसे लक्षण आपको अगर शरीर में दिखाई दे तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श ले ।

उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) से बचाव :


जिन वजहों से बीपी बढ़ रहा है यदि उन आदतों में बदलाव कर लिया जाए तो हाइपरटेंशन का खतरा बहुत हद तक घट जाता है जो की निम्न है–

1–अपने खान पान में संतुलन रखे जैसे नमक और अन्य मसालों का सेवन कम से कम की 

2– अपनी दिनचर्या में व्यायाम ,शारीरिक गतिविधि , जंक फूड ,बाहर का डिब्बा बंद खाना कम से कम करे ।

3–अपने भोजन में भरपूर मात्रा में फल ,सब्जियां , साबुत अनाज , दाल शामिल करे ।

4–धूम्रपान ,शराब का सेवन ना करे ।

5–मोटापा नियंत्रण में रखे ,रेगुलर कसरत करे ।

6–तनाव/स्ट्रेस से दूर रहे इसके लिए आप संगीत ,मेडिटेशन , योगा,व्यायाम या अन्य कोई अभिरुचि वाला कार्य कर सकते है ।

8–यदि किसी प्रकार के लक्षण दिखाई दे तो रेगुलर ब्लड प्रेशर की जांच करवाए ।

उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) का उपचार :

चिकित्सक से परामर्श ले और दवाइया नियमित रूप से ले। समय समय पर ब्लड प्रेशर की जांच करवाए ।

चिकित्सक द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करे और संयमित दिनचर्या , संयमित संतुलित आहार का सेवन करे ।

हमेशा याद रखे बचाव ही उपचार है ।